डस्ट (राखड़) में फंस रहे मवेशि

पुरन वर्मा/ तिल्दा नेवरा के ग्राम तुलसी अग्रवाल ऑयल प्लांट के सामने,महिन्द्रा ट्रेक्टर शोरूम के पीछे डस्ट(राखड़) को खुले में फेंक दिया गया हैं जो बारिश होने से दलदल का रूप ले रहा हैं जिसमें मवेशि जा करके फंस जा रहे हैं वही बताया गया कि अभी तक इस डस्ट में पांच से सात मवेशी फंस चुके हैं जिसको बहुत मशक्कत के बाद निकाला गया हैं फंसे मवेशि बहुत मशक्कत स्व निकलते हैं बीते रविवार को भी सुबह-सुबह एक मवेशी उसी डस्ट में फंसे हुए थे जिसको निकालने के लिए चार घंटे तक प्रयास किया गया किन्तु असफल रहे नही निकाल पाने पर मवेशि मालिक ग्राम सिर्वे निवासी सरजू यादव चरवाहा थक हार कर सर पकड़ कर बैठ गए थे बताया कि मवेशि(भैंसी) कुछ ही दिनों में बच्चे को जन्म देने वाला था भारी मशक्कत उपाय करने पर भी नही निकले बाद चरवाहा द्वारा अंततः जेसीबी किराए कर मवेशि को
निकाला गया बताया कि मवेशि को रस्सी, स्लिंग बेल्ट से बल पूर्वक खींचाव हो जाने पर हालत काफी कमजोर हो गए हैं सरजू यादव दूध बेचकर ही भरण पोषण करता हैं राखड़ को खुले में ही डम्प कर दिया गया हैं जिसमें जान-माल का खतरा बना हुआ हैं डस्ट में पानी पड़ते ही दलदल का रूप ले रहा लोगों का नजर पड़ने पर मवेशी मालिक द्वारा भारी मश्क्कत कर निकाला जाता हैं किन्तु किसी का नजर ना पड़ने पर मवेसी अपनी जान गवा बैठेंगे प्लांटिंग की पटिंग के लिए डस्ट को डाला जा रहा हैं जो मवेशियों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं जो ढ़ाई से तीन फीट तक पटिंग किया गया हैं अग्रवाल ऑयल प्लांट के सामने सड़क से करीबन 100 मीटर की दूर में डस्ट(राखड़) डम्प किया गया हैं जिसमें मवेशी आए दिन फंस रहे हैं। उक्त स्थल में कथिततौर पर इक्कठे हुए लोगों ने बताया कि कुछ ही दिन पहले एक साथ सात मवेशी फंस गए थे जिसे ट्रेक्टर सहित जेसीबी से भारी मश्क्कत के बाद निकाला गया डस्ट में जेसीबी एवं ट्रेक्टर के पहिये भी दबे जा रहे थे।