सेक्स पावर बढाने के लिए प्रयोग की जाने वाली वियाग्रा ने ली शख्स की जान, जानें- कैसे काम करती है दवा और क्यों है खतरनाक
हाल ही में दो ऐसे केसेज सामने आए हैं जिनमें वियाग्रा की हाई डोज लेने से एक शख्स की मौत हो गई और दूसरे को दो बार सर्जरी करवानी पड़ी। यहां जानें इस दवा से जुड़ी अहम बातें।

नई दिल्ली। वियाग्रा को सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवा के रूप में जाना जाता है। लोगों के बीच यह काफी पॉप्युलर है। हालांकि इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना करना मुसीबत में डाल सकता है। हाल ही में वियाग्रा को लेकर दो अलर्ट करने वाले केसेज सामने आए हैं। बीते 4 जून को प्रयागराज में 28 साल के एक शख्स को दो बार प्राइवेट पार्ट की सर्जरी करवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि उसने वियाग्रा की ओवरडोज ली थी। वहीं बीती 3 जुलाई को नागपुर के एक होटल में शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई। रिपोर्ट्स हैं कि वह होटल में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ संबंध बना रहा था उसी दौरान गिर पड़ा। शख्स की जेब से वियाग्रा की गोली निकली। यहां हेल्थ एक्सपर्ट से जानें वियाग्रा लेना आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है।
क्या है वियाग्रा
वियाग्रा दवा Sildenafil के ब्रैंड का नाम है जिसे लोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल करते हैं। 18 साल और इससे ऊपर उम्र के लोग ही यह दवा खरीद सकते हैं। आसान भाषा में समझ सकते हैं कि इस दवा से प्राइवेट पार्ट में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। इससे इरेक्शन मेनटेन रहता है और इंटरकोर्स पॉसिबल हो पाता है। हालांकि बिना एक्सपर्ट की सलाह के इस दवा को लेना काफी नुकसानदायक होता है।
1 घंटे के अंदर दिखता है असर
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, वियाग्रा लेने के 1 घंटे बाद ही काम करना शुरू कर देती है। यह भी पॉसिबल है कि यह खाने के आधे घंटे बाद काम करना शुरू कर दे और यह भी संभव है कि 4 घंटे तक इसका असर न हो। अगर आपको डॉक्टर ने यह दवा इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए लिखी है और इसका असर नहीं दिख रहा तो खुद से डोज कभी भी न बढ़ाएं। हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।
जानें क्यों खतरनाक है दवा
हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर आरती ने बताया कि दवा Sildenafil जो कि वियाग्रा के नाम से मिलती है, लंग फाइब्रोसिस जैसी बीमारी के केस में दी जाती है। इससे ब्लड फ्लो बढ़ता है। ट्रीटमेंट के दौरान इसे 30 से 100 एमजी तक दिया जाता है। जब इस दवा को हाई डोज में ले लिया जाता है तो ब्लड प्रेशर गिर जाता है। बीपी इतना लो हो जाता है कि हार्ट और ब्रेन की ब्लड सप्लाई बंद हो जाती है। इसे ब्रेन और हार्ट में स्कीमिया हो जाता है।
कतई न लें इंजेक्शन
डॉक्टर बताती हैं कि इरेक्टाइटल डिसफंक्शन के लिए यह दवा आईवी यानी इंजेक्शन के रूप में कतई नहीं लेनी चाहिए। इससे ओरल दवा लेने की तुलना में ज्यादा नुकसान होता है। उन्होंने बताया कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए ओरल और आईवी दवाओं से बचना ही बेहतर है। लोकल ऑइंटमेंट या इरेक्शन पंप आते हैं जिनका इस्तेमाल सेफ रहता है। डॉक्टर ने बताया कि बिना हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के वियाग्रा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वियाग्रा के साइड इफेक्ट्स को देखते हुए इस पर बैन लग जाना चाहिए।
हो सकते हैं बड़े साइड इफेक्ट्स
वियाग्रा लेने से पहले अपनी उम्र, आप जो दवाएं ले रहे हैं और अगर कोई बीमारी है तो इसका जरूर ध्यान रखें। बात करें साइड इफेक्ट्स की तो हल्के सिरदर्द से लेकर हार्ट की ब्लड सप्लाई तक रुक सकती है। ये भी पढ़े: क्या है मेल इनफर्टिलिटी, ऐसे पहचानें लक्षण और जानें घरेलू उपचार
वियाग्रा के सीरियस साइड इफेक्ट्स
प्रायापिजम (दर्दनाक इरेक्शन जो कई घंटों तक रह सकता है)
ऐलर्जी होना
आंखों की रोशनी जाना
ब्लड प्रेशर लो होना
हार्ट से जुड़ी प्रॉब्लम या हार्ट अटैक